Wednesday, August 22, 2012

हे भगवान


माटी के माधो
रंग ले
अब माटी तेरी..

तू हो ले हरा,
या केसरिया
या उजला, पीला,
चितकबरा..

तू रख कोई भी
रंग यहाँ..

बस ना रहना बेरंग,
नहीं तो
फट जाएगी छाती तेरी..

माटी के माधो!!!!!!

- Vishwa Deepak Lyricist

No comments: