१) यथार्थपरक (realistic)
मुखड़ा:
male:
तू हीं बता, मेरा जहां, तेरे सिवा, होगा कहीं,
बांटे कोई , दर्द-ए-निहां, ऐसा खुदा, होगा कहीं।
female:
तू है मेरा, यही सदा, यही दुआ, होगी मेरी,
तेरी हँसी, तेरी खुशी, मेरे खुदा, होगी मेरी।
अंतरा 1:
female:
ऐसी कहाँ ,होती फ़िज़ा, तू जो यहाँ, होता नहीं,
male:
तेरे बिना, मेरा कहीं, नामो-निशां, होता नहीं।
female:
है ये यकीं, या है गुमां, तू है वफ़ा, मेरे लिए,
male:
वाह रे अदा, तू जो हुई, मुझसे खफ़ा, मेरे लिए।
female:
तू है मेरा, यही सदा, यही दुआ, होगी मेरी.
male:
तू हीं बता, मेरा जहां, तेरे सिवा, होगा कहीं।
अंतरा 2:
male:
मुझको मिली, जो भी खुदी, माह-जबीं, वो है तेरी,
female:
मेरी सभी, नेकी बदी, शाह-ए-जमीं, वो है तेरी।
male:
आओ चलें, साँसों तले, दूजा जहाँ, कोई न हो,
female:
नूर-ए-खुदा, रवाँ रहे, झूठा जहाँ, कोई न हो।
male:
तू हीं बता, मेरा जहां, तेरे सिवा, होगा कहीं,
female:
तू है मेरा, यही सदा, यही दुआ, होगी मेरी|
male:
तू हीं बता, मेरा जहां, तेरे सिवा, होगा कहीं,
बांटे कोई , दर्द-ए-निहां, ऐसा खुदा, होगा कहीं।
female:
तू है मेरा, यही सदा, यही दुआ, होगी मेरी,
तेरी हँसी, तेरी खुशी, मेरे खुदा, होगी मेरी।
अंतरा 1:
female:
ऐसी कहाँ ,होती फ़िज़ा, तू जो यहाँ, होता नहीं,
male:
तेरे बिना, मेरा कहीं, नामो-निशां, होता नहीं।
female:
है ये यकीं, या है गुमां, तू है वफ़ा, मेरे लिए,
male:
वाह रे अदा, तू जो हुई, मुझसे खफ़ा, मेरे लिए।
female:
तू है मेरा, यही सदा, यही दुआ, होगी मेरी.
male:
तू हीं बता, मेरा जहां, तेरे सिवा, होगा कहीं।
अंतरा 2:
male:
मुझको मिली, जो भी खुदी, माह-जबीं, वो है तेरी,
female:
मेरी सभी, नेकी बदी, शाह-ए-जमीं, वो है तेरी।
male:
आओ चलें, साँसों तले, दूजा जहाँ, कोई न हो,
female:
नूर-ए-खुदा, रवाँ रहे, झूठा जहाँ, कोई न हो।
male:
तू हीं बता, मेरा जहां, तेरे सिवा, होगा कहीं,
female:
तू है मेरा, यही सदा, यही दुआ, होगी मेरी|
२) काल्पनिक (fantasy)
मुखड़ा:
male:
यूँ हीं कभी, हो जाए यूँ, तू हो यहाँ, कोई न हो,
मैं बस सुनूँ, तेरी सदा, बाते तेरीं, सोई न हो।
female:
यूँ हीं कभी, हो जाए यूँ, पूरी सदी, पल में खुले,
उमड़े यहाँ, अब्र-ए-नशा, सारा जहां, हममें घुले।
अंतरा 1:
female:
तेरी हँसी , ओढूँ कभी, रूह में तेरी, सो लूँ कभी,
male:
तुझको रखे, बाहों में जो, मैं वो हवा, हो लूँ कभी।
female:
तेरे दिल से, मेरे दिल तक, डालें कभी, रस्ता कोई,
male:
रत्ती भर भी, दूरी हो तो, रहने न दें, दरिया कोई।
मेरे खुदा........................
अंतरा 2:
male:
तेरे लब पे, गुलमोहर की, सुर्ख कली, खिलती रहे,
female:
तेरी जाँ से, साँसें मेरी, बनके नदी, मिलती रहे।
male:
तू जो अगर , धरती न दे, तलवों तले, सूई चुभे,
female:
रेशम भी तो, खार बने, तेरे बिना, रूई चुभे।
मेरे खुदा........................
male:
यूँ हीं कभी, हो जाए यूँ, बाद-ए-सबा, तुझसे चले।
female:
यूँ हीं कभी, हो जाए यूँ, ज़िक्र-ए-वफ़ा, तुझपे ढले।
मेरे खुदा..............
male:
यूँ हीं कभी, हो जाए यूँ, तू हो यहाँ, कोई न हो,
मैं बस सुनूँ, तेरी सदा, बाते तेरीं, सोई न हो।
female:
यूँ हीं कभी, हो जाए यूँ, पूरी सदी, पल में खुले,
उमड़े यहाँ, अब्र-ए-नशा, सारा जहां, हममें घुले।
अंतरा 1:
female:
तेरी हँसी , ओढूँ कभी, रूह में तेरी, सो लूँ कभी,
male:
तुझको रखे, बाहों में जो, मैं वो हवा, हो लूँ कभी।
female:
तेरे दिल से, मेरे दिल तक, डालें कभी, रस्ता कोई,
male:
रत्ती भर भी, दूरी हो तो, रहने न दें, दरिया कोई।
मेरे खुदा........................
अंतरा 2:
male:
तेरे लब पे, गुलमोहर की, सुर्ख कली, खिलती रहे,
female:
तेरी जाँ से, साँसें मेरी, बनके नदी, मिलती रहे।
male:
तू जो अगर , धरती न दे, तलवों तले, सूई चुभे,
female:
रेशम भी तो, खार बने, तेरे बिना, रूई चुभे।
मेरे खुदा........................
male:
यूँ हीं कभी, हो जाए यूँ, बाद-ए-सबा, तुझसे चले।
female:
यूँ हीं कभी, हो जाए यूँ, ज़िक्र-ए-वफ़ा, तुझपे ढले।
मेरे खुदा..............
-विश्व दीपक ’तन्हा’
2 comments:
pad kar accha laga ,shayad main bhi itna khoobsurat likh skta..
gungunane se or bhi mja aya......
kbhi hmare yahaan bhi najar dalo dost....
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