मुखड़ा:
female:
शौक़ से साँसों में तेरी आहें रहे,
रात-दिन आँखों में तेरी बातें बहे।
male:
दुधिया चाँद जो सारी रैना चले,
देखके तुझको हीं हौले-हौले जले।
female:
तू जो है साथ में तो क्या कोई छले।
अंतरा 1:
female:
कोई कमी किसी तरह मेरी वफ़ा में जन्म न हो कभी,
male:
नहीं कोई तेरे जैसी तेरी खुशियाँ खत्म न हो कभी।
female:
लाज की आखिरी धानी चुनर तू हीं,
बाली उमर तू हीं,
सीधी डगर तू हीं।
male:
तो अभी प्रेयसी आओ ऐसा करें,
खोल के जिस्म को प्यार सारा भरें।
अंतरा 2:
male:
तेरा दरस मिले सदा मेरी दुनिया तुझी से हो शुरू,
female:
सोचूँ तुझे ख्वाबों तले मेरी निंदिया तुझी से हो शुरू।
male:
होश की मखमली पीली सुबह तू हीं,
गीली सतह तू हीं,
पूरी वज़ह तू हीं।
female:
शौक़ से साँसों में तेरी आहें रहे,
रात-दिन आँखों में तेरी बातें बहे।
male:
दुधिया चाँद जो सारी रैना चले,
देखके तुझको हीं हौले-हौले चले।
female:
तू जो है साथ में तो क्या कोई छले।
female:
शौक़ से साँसों में तेरी आहें रहे,
रात-दिन आँखों में तेरी बातें बहे।
male:
दुधिया चाँद जो सारी रैना चले,
देखके तुझको हीं हौले-हौले जले।
female:
तू जो है साथ में तो क्या कोई छले।
अंतरा 1:
female:
कोई कमी किसी तरह मेरी वफ़ा में जन्म न हो कभी,
male:
नहीं कोई तेरे जैसी तेरी खुशियाँ खत्म न हो कभी।
female:
लाज की आखिरी धानी चुनर तू हीं,
बाली उमर तू हीं,
सीधी डगर तू हीं।
male:
तो अभी प्रेयसी आओ ऐसा करें,
खोल के जिस्म को प्यार सारा भरें।
अंतरा 2:
male:
तेरा दरस मिले सदा मेरी दुनिया तुझी से हो शुरू,
female:
सोचूँ तुझे ख्वाबों तले मेरी निंदिया तुझी से हो शुरू।
male:
होश की मखमली पीली सुबह तू हीं,
गीली सतह तू हीं,
पूरी वज़ह तू हीं।
female:
शौक़ से साँसों में तेरी आहें रहे,
रात-दिन आँखों में तेरी बातें बहे।
male:
दुधिया चाँद जो सारी रैना चले,
देखके तुझको हीं हौले-हौले चले।
female:
तू जो है साथ में तो क्या कोई छले।
-विश्व दीपक ’तन्हा’
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