उसे इंसान कहना कितना जायज है
एक इंसान जिससे नफ़रत है मुझे...
कभी-कभी यह सोचता हूँ कि
उसे इंसान कहना कितना जायज है..
वह बढना जानता है
किसी भी कीमत पर..
कल दो नरमुंडों पर चढकर
छह इंच और ऊँचा हो गया..
नरमुंड... उसी के माँ-बाप के..
दूसरों की साँसें चुराकर
अपनी उम्र में ठूंसता है,
साँसे... उसी के चापलूसों की..
हाड़-माँस से सिला
एक अभिशाप है.. वह इंसान
जिससे नफ़रत है मुझे...
-विश्व दीपक
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