Wednesday, January 09, 2008

कम्प्यूटर पर चैट करें!

दिस-दैट कर यूँ चैट करें हम कम्प्यूटर पर,
इश्क-विश्क की बातें होंगी मेरे दिलवर!

ऎ डियर, नियर आना , ना मुझको तड़पाना,
धक-धक हो जाए, हर्ट को जरा धड़काना।
तुम क्रीम हो मेरी लाइफ की, ड्रीम की हो थीम तुम्हीं,
किन लफ्जों में तुम्हें कहूँ, मुश्किल है तुमको समझाना।

स्टोरी लव की तो , गूँजेगी अब शहर-शहर,
इश्क-विश्क की बातें होंगी मेरे दिलवर !

अंखियों से क्यों घूर रही तुम चोरी-चोरी,
स्लोली-स्लोली प्यार किया, कहता हूँ सौरी,
इन्फार्मेशन तुम्हें दिया जो ई-मेल पर था,
देखा तूने नहीं तो क्या यह गलती मेरी।

ऎसे-वैसे मैटर पर हो ना टाईम कवर,
इश्क-विश्क की बातें कर ले मेरे दिलवर!

कितने दिन-कितनी रैना, याद किया हमको कहना,
कब सैड रहे, कब मैड रहे, कब पड़ा तुम्हें गम को सहना,
ब्रेन रहा नर्वस मेरा, क्या था बोलो हाल तेरा,
हर इंसिडेंट , सेंट परसेंट , हमसे सच-सच कहना।

अब स्वीट-हार्ट , की-बोर्ड पर दौड़ा दे फिंगर,
इश्क-विश्क की बातें कर ले मेरे दिलवर!

आजा तुमको स्वीटजरलैंड की सैर करा दूँ,
एड्रेस अपना नील-गगन, चल घर दिखला दूँ,
ऎ मिस! तुमको मिस किया कितना मैने,
लव का मिनिंग इस पल तुमको मैं बतला दूँ।

जरा संभल! कहीं पागल हो ना कम्प्यूटर,
रोक दे बातें, अब बंद हो रहा है दफ्तर ।

-विश्व दीपक 'तन्हा'
7-10-2002

6 comments:

Unknown said...

sahii hai bhaiyaa

Ab english ko hindi me likhne ka kaam bhi karne lage?????

ISHQ WISHQ ki baatein hataa do to....chatting to hamaari bhi aisi hi hogi hai :)

Bas ISHQ WISHQ ke pachde se thode durrrr :P


khoob shodh kiya hai CHATTING pe....

kahaan se itna material uthaya???

yaar humse bhi mil lete na 1 dafaa :))
waise nice experiment!!!!!

Keep the good work on!!!!
bahutt sahi hai :)

Anonymous said...

ho ho ho this is fantastic,very very nicely written.liked it.

Unknown said...

Bahut achi lagi kavita....kintu starting ki kuch panktiyon me aur adhik apeksha ki ja sakti hai....overall it's good.

रंजू भाटिया said...

मजेदार है यह भी रूप तुम्हारा :)

सुनीता शानू said...

क्या बात है तन्हा भाई....:)
आप हास्य भी सुन्दर लिखते हो...

Gaurav Shukla said...

हा हा
लगे रहिये

हास्य में आपके दो-दो हाथ अच्छे लगे

बढिया

सस्नेह
गौरव शुक्ल