tag:blogger.com,1999:blog-28256217.post8849510665207948143..comments2023-10-07T14:22:04.085+05:30Comments on अंतर्नाद: नारी-मन और उम्रविश्व दीपकhttp://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-28256217.post-74866470220384636832009-04-17T22:56:00.000+05:302009-04-17T22:56:00.000+05:30बहुत ही सुन्दर रचना!आप का ब्लाग बहुत
अच्छा लगा।
...बहुत ही सुन्दर रचना!आप का ब्लाग बहुत <br />अच्छा लगा।<br /> मैं अपने तीनों ब्लाग पर हर रविवार को ग़ज़ल,<br />गीत डालता हूँ,जरूर देखें।मुझे पूरा यकीन है कि आप को ये पसंद आयेंगे।प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-28256217.post-7824258230590032052009-03-30T20:45:00.000+05:302009-03-30T20:45:00.000+05:30कविता जैसी कविता.........कविता जैसी कविता.........ओम आर्यhttps://www.blogger.com/profile/05608555899968867999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-28256217.post-80258452763432267032009-03-30T20:21:00.000+05:302009-03-30T20:21:00.000+05:30पता नही कितना सच है और कितना सही,क्योकि नारी मन पर...पता नही कितना सच है और कितना सही,क्योकि नारी मन पर उम्र का प्रभाव कितना सच आपने कही, पर समाज का नारी मन पर् प्रभाव पुरा का पुरा होता है जो उसके मन को आजाद नही कर पाता है, नारी मन की आजादी का जो आपने गुनतत्व आपने सिखाये वह कितनी नारी अनुसरन कर पायेगी ये तो भगवान ही जाने,संध्या आर्यhttps://www.blogger.com/profile/12304171842187862606noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-28256217.post-66402267269486345022009-03-30T19:57:00.000+05:302009-03-30T19:57:00.000+05:30तनहा जी,रचना का मजा वहाँ भी था यहाँ भी,,,,बस देर ह...तनहा जी,<BR/>रचना का मजा वहाँ भी था यहाँ भी,,,,<BR/>बस देर हो गयी,,,पूरी की पूरी रचना शानदार ,,मगर शुरुआत ,,,!!!<BR/>एक दम अलबेली,,,,मस्त कर देने वाली,,,जब हम पर असर है,,,,,तो <BR/>उस उम्र वालों का क्या हाल होगा,,,<BR/>अंदाजा ही लगाया जा सकता है,,,<BR/>बहुत ही प्यारी गुनगुनाहट,,,,प्यारे शब्दों के संग बलखाती रचना के लिए बधाई,,,,manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.com