Monday, February 18, 2013

मुर्दानगी


मैं शांत हूँ..

मेरी भूख डाल दो
कुत्ते की अंतड़ियों में..

वह कम-से-कम झपटेगा तो..

मैं शांत हूँ..

मुझे शांत रहना विरासत में मिला है!!!

- Vishwa Deepak Lyricist

2 comments:

dr.mahendrag said...

कुछ अलग से भाव,नेराश्य्पुर्नता एवं त्याग की सी प्रतिछाया को दिखलाती रचना

Admin said...

बेहद ही उम्दा रचना