Monday, September 14, 2009

प्रेयसी (एक नया गीत)

मुखड़ा:

female:
शौक़ से साँसों में तेरी आहें रहे,
रात-दिन आँखों में तेरी बातें बहे।

male:
दुधिया चाँद जो सारी रैना चले,
देखके तुझको हीं हौले-हौले जले।

female:
तू जो है साथ में तो क्या कोई छले।

अंतरा 1:

female:
कोई कमी किसी तरह मेरी वफ़ा में जन्म न हो कभी,

male:
नहीं कोई तेरे जैसी तेरी खुशियाँ खत्म न हो कभी।

female:
लाज की आखिरी धानी चुनर तू हीं,
बाली उमर तू हीं,
सीधी डगर तू हीं।

male:
तो अभी प्रेयसी आओ ऐसा करें,
खोल के जिस्म को प्यार सारा भरें।

अंतरा 2:

male:
तेरा दरस मिले सदा मेरी दुनिया तुझी से हो शुरू,

female:
सोचूँ तुझे ख्वाबों तले मेरी निंदिया तुझी से हो शुरू।

male:
होश की मखमली पीली सुबह तू हीं,
गीली सतह तू हीं,
पूरी वज़ह तू हीं।

female:
शौक़ से साँसों में तेरी आहें रहे,
रात-दिन आँखों में तेरी बातें बहे।

male:
दुधिया चाँद जो सारी रैना चले,
देखके तुझको हीं हौले-हौले चले।

female:
तू जो है साथ में तो क्या कोई छले।


-विश्व दीपक ’तन्हा’

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